ई-गिरदावरी: MP किसान एप्प द्वारा कृषक फसल स्वयं दर्ज करें
ई-गिरदावरी: MP किसान एप्प द्वारा कृषक अपनी फसल स्वयं दर्ज कर सकते है। मध्य प्रदेश में फसल गिरदावरी सामान्यतः जुलाई-अगस्त माह में किया जाता है। गिरदावरी में कृषक द्वारा बोई गयी फसल को पटवारी द्वारा खसरा में नेत्रांकन के आधार पर दर्ज किया जाता है। यह प्रक्रिया पटवारी द्वारा Saara App के माध्यम से किया जाता है। फसल गिरदावरी का उपयोग ई-उपार्जन, फसल बीमा, फसल ऋण आदि में किया जाता है इस लिए फसल गिरदावरी की कार्यवाही समय-सीमा में पूर्ण एवं गुणवत्ता पूर्ण होनी चाहिए। किसी खेत में गलत फसल दर्ज हो जाने से या फसल दर्ज न हो पाने से बहुत सारी समस्यायें आ जाती है जैसे ई-उपार्जन में फसल का पंजीयन न होना, फसल बीमा का लाभ न मिलना, फसल ऋण में दिक्कत होना। इन समस्यओं को दूर करने के लिए शासन मौसम खरीफ 2022 हेतु सैटेलाईट इमेज / AI आधारित गिरदावरी चालू करने जा रही है।
“मेरी गिरदावरी मेरा अधिकार” के अंतर्गत कृषक स्वयं, MP-KISAN एप के माध्यम से गिरदावरी कर सकेंगे।
समय-सीमा
फसल की जानकारी 1 अगस्त 2022 से 15 अगस्त 2022 तक दर्ज कर सकते हैं।
सैटेलाईट इमेज / AI आधारित गिरदावरी में सैटेलाईट द्वारा बोये गए खेतों का लिए गये इमेज का AI सॉफ्टवेर के माध्यम से फसल पहचान कर संभावित फसल दर्ज की जाएगी। सैटेलाईट इमेज / AI आधारित फसल गिरदावरी की जानकारी कृषको को एमपी किसान एप के माध्यम से मिलेगी। यदि किसान संभावित फसल से संतुष्ट है तो सहमत होने पर गिरदावरी खसरे में दर्ज हो जाएगी। कृषक सैटेलाईट इमेज / AI आधारित फसल गिरदावरी से असहमत होने पर एमपी किसान एप के माध्यम से किसान द्वारा खेत में उपस्थित होकर फसल की जानकारी जियो फेंस तकनीक अनुसार दर्ज की जा सकती है, जिसकी समय-सीमा 15/08/2022 तक नियत की गई है। किसान द्वारा शेष रह गए सर्वे नंबरों की गिरदावरी पटवारी द्वारा की जाएगी।
MP Kisan App डाउनलोड प्रक्रिया
‘MP Kisan App’ डाउनलोड प्रक्रिया निम्नानुसार है:-
- सबसे पहले गूगल प्ले स्टोर पर विजिट करे
- सर्च आप्शन में MP Kisan App सर्च करें
- MP Kisan App पर क्लिक करके ओपन करे
- Install बटन पर क्लिक कर इंस्टाल करें
डायरेक्ट डाउनलोड लिंक से इनस्टॉल करने के लिए नीचे दी गयी लिंक पर क्लिक करें.
फसल दर्ज करने की प्रक्रिया
- Google Play store से MP Kisan app डाउनलोड करें और लॉगिन करें।
- फसल स्व-घोषणा/दावा आपत्ति ऑप्शन पर क्लिक कर अपने खाते को जोड़ें।
- प्लस ऑप्शन पर क्लिक कर जिला/तहसील/ ग्राम / खसरा आदि का चयन करें।
- खसरे पर क्लिक करने पर सैटेलाइट के माध्यम से संभावित फसल की जानकारी मिलेगी।
- सहमत होने पर एक क्लिक करते ही सैटेलाइट में उपलब्ध फसल की जानकारी गिरदावरी में दर्ज हो जाएगी।
- सैटेलाइट की जानकारी न होने अथवा सैटेलाइट की जानकारी से असहमत होने पर फसल की जानकारी खेत में खड़े होकर लाइव फोटो के साथ दर्ज करें।
गिरदावरी की उपयोगिता
- प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लाभ के लिए
- किसान क्रेडिट कार्ड, फसल ऋण एवं कृषि ऋण
- न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उपज उपार्जन के लिए
- फसल हानि की स्थिति के आंकलन में आवश्यक
- कृषि योजनाओं के विभिन्न आवेदनों में उपयोगी
फसल गिरदावरी क्या है?
फसल गिरदावरी किसानों द्वारा उगाई फसलों को भू-अभिलेखों में दर्ज करने की प्रक्रिया है जो कि वर्ष में न्यूनतम दो बार (खरीफ एवं रबी) की जाती है। अन्य शब्दों का अर्थ जानने के लिए राजस्व शब्दावली उर्दू से हिंदी में अर्थ पेज पर विजिट करें।